By Anushka Yadav
Oct 19, 2023
साल 2023 को इंटरनेश्नल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया गया है. इसे श्री अन्न का नाम भी दिया गया है. मिलेट्स मुख्य रूप से मोटा अनाज है जो सेहत और पोषण का खज़ाना है. भारत में कई प्रकार के मिलेट्स की फसल उगाई जाती है. इनमें से कुछ मुख्य प्रकार जानने के लिए आगे पढ़ें-
Image credit: Pexels
बाजरा को पर्ल मिलेट्स के नाम से भी जाना जाता है. यह पश्चिमी राजस्थान में मुख्य रूप से उगाया जाता है. बाजरे से रोटी, लड्डू, खिचड़ी आदि व्यंजनों के अलावा ब्रैड, पैन केक, डेसर्ट्स आदि में भी बाजरे का प्रयोग हो रहा है.
ज्वार ग्लूटेन फ्री होता है इसलिए वज़न घटाने के लिए ज्वार एक बेहतरीन विकल्प है. इसके साथ ही और भी फायदे हैं, जैसे पाचन तंत्र और हड्डियों की मज़बूती.
Image credit : Poultry World
रागी को अंगरेजी में फिंगर मिलेट और देसी भाषा में मँड़ुआ भी बोला जाता है. इसकी बुवाई से ले कर कटाई तक में एक साल का समय लगता है. स्वास्थ्य के प्रति सजग लोगों के डाइट प्लान में रागी का विशेष स्थान है.
कंगनी यानी फॉक्सटेल मिलेट एनीमिया जैसी बीमारियों से लड़ने में बेहद सहायक है क्योंकि इसमें आयरन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. उत्तराखंड में इसके कई पारंपरिक व्यंजन जैसे कौणी की खीर बनाई जाती है।.
कोदो भारत में लगभग तीन शतकों से उगाया जा रहा है. दिखने में बिल्कुल धान जैसी इस फसल में पानी की बहुत कम ज़रूरत पड़ती है. पोषक तत्वों से भरपूर इस अनाज को अकाल का अनाज या शुगर फ्री चावल भी कहते हैं.
Image credit: Uzhavu Organic