Winter Special: इस मौसम में च्यवनप्राश से जुड़े कुछ तथ्य और इस्तेमाल के तरीके ज़रूर जानें

By Anushka Yadav

Nov 29 , 2023

Image Credit: ammiji

च्यवनप्राश भारत में ही नहीं विश्वभर में निर्यात किया जाता है. इसे आयुर्वेद का सुपेरफ़ूड बताया जाने लगा है. कहा जाता है कि च्यवन ऋषि ने यौवन की कामना करते हुए अश्विनी कुमारों से ये औषधि प्राप्त की थी. आईए जानते हैं इससे जुड़े कुछ और तथ्य-

Image Credit: Tsatoor/Wikipedia 

पौराणिक कहानी

कहा जाता है कि च्यवन ऋषि ने यौवन की कामना करते हुए अश्विनी कुमारों से ये औषधि प्राप्त की थी. इसीलिए इसे च्यवनप्राश कहा जाता है.

Image Credit: 24 Farms

जड़ी बूटियों से निर्मित

च्यवनप्राश बेल, गोखरू, आँवला, हरद, गिलोय, मुनक्का, आदि जैसी 51 जड़ी बूटियों का समिश्रण होता है.

Image Credit: Satmya

स्मरण शक्ति

बुढ़ापे की निशानियों में से एक- भूलने की बीमारी से च्यवनप्राश रक्षा करता है. इसका सेवन बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है.

Image Credit: Vaam Cooking

खाँसी में फ़ायदा

च्यवनप्राश की तासीर गर्म होती है. इसलिए सर्दियों में इसका सेवन फ़ायदेमंद है. इससे न सिर्फ शरीर को गर्माहट मिलती है बल्कि सर्दी ज़ुकाम में भी आराम मिलता है.

Image Credit: Conde Nast Traveller 

सेवन का तरीका

च्यवनप्राश को दिन में 2 से चार बार खाया जा सकता है. खाली पेट खाना ज़्यादा फायदेमंद है. इसे शहद या दूध के साथ खा सकते हैं.

Image Credit: India.com