By Anushka Yadav
Oct 31, 2023
चाय के शौक़ीन लोगों में मसाला चाय पसंद करने वालों की संख्या सबसे ज़्यादा है. बाहर जा कर चाय पीने में एक अलग मज़ा है लेकिन घर पर चाय बना कर पीने का भी अपना सुकून है. घर पर ही मसाला चाय बनाने के लिए इस तरह मसाले को बनाएँ और स्टोर करें-
लौंग पेन किलर का काम करता है. इससे सूजन भी कम होती है. अगर आपको अक्सर सर दर्द रहता है तो लौंग का सेवन ज़रूर करें.
सौंफ का सेवन करने के कई लाभ हैं. यह सबसे ज़्यादा लाभकारी पेट की बीमारियों के लिए है. इससे पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है. माहवारी के समय होने वाले दर्द से राहत दिलाने में सौंफ काफ़ी मददगार है.
इलाइची में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स प्रतिरोधक क्षमता की मज़बूती में मददगार हैं. इसे गैस, एसिडिटी, कब्ज़, आदि में भी लाभकारी माना जाता है.
काली मिर्च की तासीर अन्य मसालों के मुक़ाबले गर्म होती है. दिन में 2-3 दानों का सेवन ही बहुत फायदेमंद होता है. पेट और श्वास संबंधित बीमारियों में यह काफ़ी लाभकारी है.
जायफल यानी नटमेग हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी है. इसमें सूजन कम करने, गठिया का दर्द कम करने और हड्डियों को मज़बूती प्रदान करने के गुण मौजूद हैं.
दालचीनी को वज़न कम करने में सहायक माना जाता है. इसमें मौजूद औषधीय गुण सर्दी, ज़ुकाम और नज़ले जैसी कफ़वात बीमारियों से निजात दिलाते हैं.
सौंठ शरीर को गर्मी और ताक़त प्रदान करती है. अदरक को सुखा कर बनाई जाने वाली सौंठ में पाचन तंत्र के लिए लाभकारी गुण होते हैं.
जायफल और इलाइची के अलावा सभी मसालों को बराबर मात्रा में पीस लें. जायफल को पीसने में अधिक समय लगेगा इसलिए उतनी ही मात्रा में इसे भी अलग से पीस लें और मिला दें. इस मसाले को एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें. इलाइची को पीस कर लें और एक डब्बे में चीनी में मिला कर अलग से स्टोर करें.
पाउडर को चायपत्ती उबालते वक़्त पानी में ही मिलाएँ. एक चौथाई चम्मच मसाला एक कप के लिए काफ़ी होगा. दूध डालने के बाद सबसे आख़िर में इलाइची वाली चीनी स्वादानुसार मिलाएँ.