By Anushka Yadav
Oct 23, 2023
चॉकोलेट खाना किसे नहीं पसंद. बच्चों से ले कर बड़ों तक सबके बीच चॉकलेट्स का काफ़ी क्रेज़ है. यहाँ तक कि दीवाली जैसे त्योहारों पर मीठे में चॉकोलेट्स देने का चलन बढ़ा है. चॉकोलेट कोको बीन्स से बनती है जिसे पहले फर्मेन्ट करके सुखाया जाता है. इसके कई फायदे और प्रकार होते हैं. जानने के लिए आगे पढ़ें-
ऐसे तो चॉकोलेट्स में चीनी की मात्रा काफ़ी अधिक होने के कारण इसे खाने से लोग बचते हैं पर होम-मेड चॉकोलेट्स और डार्क चॉकोलेट्स का चलन काफ़ी बढ़ा है जो कि एंटी ऑक्सीडेंट्स और मिनेरल्स से भरपूर हैं.
सभी तरह की चॉकोलेट्स में से डार्क चॉकोलेट को सर्वोत्तम श्रेणी में गिन जाता है. बाज़ार में अलग अलग वैराईटी और कंटेन्ट के हिसाब से डार्क चॉकोलेट्स के विकल्प मौजूद हैं.
कोको में थियोब्रोमीन नाम का पदार्थ होता है जो क्विक एनर्जी देने में सहायक है. डार्क चॉकोलेट में यह अधिक मात्रा में पाया जाता है.
कोको में फेनेथिलामीन नामं का प्राकृतिक केमिकल भी पाया जाता है जो डोपमीन को रिलीज़ करता है. डोपमीन खुशी महसूस करवाने वाला हॉर्मोन है. इसलिए चॉकोलेट खाने से आपको खुशी ज़रूर महसूस होगी.
सर्दियों में हॉट चॉकोलेट पीना सेहत के लिए अच्छा साबित हो सकता है. हॉट कॉफी के मुक़ाबले हॉट चॉकोलेट में कम कैलोरी होती हैं. हॉट चॉकोलेट बनाते समय उसमें दालचीनी और इलाइची जैसे मसाले मिला देने से इसे और स्वादिष्ट और सेहतमंद बनाया जा सकता है.