By Anushka Yadav
Oct , 2023
पारंपरिक चाय के अलावा भारतीय परिवेश में ग्रीन टी ने एक अच्छी ख्याति पा ली है. इसके फ़ायदों से तो लगभग सभी वाक़िफ़ हैं. इसी कड़ी में जानिए फ्लावर टी के बारे में, जिसमें औषधीय फूलों की भरपूर सुगंध और गुणवत्ता तन और मन दोनों के लिए लाभकारी है-
लैवेंडर की चाय बनाने के लिए इसकी कलियों को सुखा कर गर्म पानी में उबाला जाता है. इस चाय के सेवन से मन को शांति मिलती है तथा नींद अच्छी आती है.
कैममाइल की चाय पीने से इनफ्लेमेशन से राहत मिलती है, अच्छी नींद आती है और साथ ही त्वचा की सेहत के लिए भी यह फायदेमंद है. सर्दी ज़ुकाम में कैममाइल टी का सेवन करने से आराम मिलता है.
बटरफ्लाइ पी फ्लावर टी को नीली चाय भी कहते हैं. ये अपराजिता के फूलों से बनती है. ये शरीर को डीटॉक्स करने यानी विषाक्त पदार्थ दूर करने में सहायक है. इसके साथ ही वज़न कम करने में भी मददगार है.
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हिबिस्कस यानी गुड़हल की चाय वज़न प्रबंधन में बेहद उपयोगी है. रक्तचाप, रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल से संबंधित समस्याओं में भी गुड़हल की चाय मददगार साबित हो सकती है.
गुलाब का बना गुलकंद तो आपने खाया होगा और उसके फायदे भी जानते होंगे. लेकिन क्या अपने रोज़ टी रोज़ टी यानी गुलाब की चाय में स्ट्रेस को दूर करने के गुण हैं. सुबह सुबह इसका सेवन करने से आप दिन भर तरोताज़ा महसूस करेंगे.